2023-24
Department of Marathi
Cross-Cutting Issues in our syllabus
२०२३-२४
Cross-Cutting Issues |
Class |
||
B.A
I |
B.A. II |
B.A
III |
|
Gender |
1.पन्नासपैकी शून्य मार्क्स -शांताबाई शेळके |
देवबाभळी – प्राजक्त देशमुख |
मराठी वाङ्मयाचा इतिहास |
2.वासना -भास्कर चंदनशिवे |
चांदण्यात भिजायचं राहून जाउ नये म्हणून!- डॉ. आ. ह. साळुंखे |
मुलखावेगळी माणसं |
|
3.माणसासारखा माणूस असूनही, आग आणि फुपाटा -प्रज्ञा पवार |
पक्ष्यांचे लक्ष थवे- ना.धो. महानोर |
दृष्ठांतपाठ |
|
Environment and Sustainability |
1.जांभळढव्ह -भास्कर चंदनशिवे |
पक्ष्यांचे लक्ष थवे- ना.धो. महानोर |
मराठी वाङ्मयाचा इतिहास |
2.फुलराणी अप्सरांचे गाणे -बालकवी |
बनगरवाडी- व्यंकटेश माडगूळकर |
मुलखावेगळी माणसं |
|
3.एका वृक्षाची गोष्ट-कवी लोकनाथ यशवंत |
देवबाभळी – प्राजक्त देशमुख |
दृष्ठांतपाठ |
|
चांदण्यात भिजायचं राहून जाउ नये म्हणून!- डॉ. आ. ह. साळुंखे |
|||
Human Values |
1.शब्दांचे मोल -चंद्रशेखर धर्माधिकारी |
देवबाभळी – प्राजक्त देशमुख |
मराठी वाङ्मयाचा इतिहास |
2.पंढरीसी जावे,
मानवाचे धर्म अनेक - महात्मा फुले |
पक्ष्यांचे लक्ष थवे- ना.धो. महानोर |
मुलखावेगळी माणसं |
|
3.भविष्य- कवी लोकनाथ यशवंत |
बनगरवाडी- व्यंकटेश माडगूळकर |
दृष्ठांतपाठ |
|
चांदण्यात भिजायचं राहून जाउ नये म्हणून!- डॉ. आ. ह. साळुंखे |
|||
Professional Ethics |
1.शब्दांचे मोल -चंद्रशेखर धर्माधिकारी |
अभिवाचन |
मराठी भाषा आणि अर्थार्जनाच्या संधी |
2.निवड - यशवंतराव चव्हाण |
गीतलेखन |
|
|
ललित गद्य लेखन |
|||
3. तडा, लालचिखल -भास्कर
चंदनशिवे |
रिपोर्ताज |
|
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2022-23
Department of Marathi
Cross-Cutting Issues in our syllabus
2022-23
Cross-Cutting Issues |
Class |
||
B.A
I |
B.A
II |
B.A
III |
|
Gender |
1.पन्नासपैकी
शून्य मार्क्स -शांताबाई शेळके |
माती,पंख आणि आकाश -ज्ञानेश्वर मुळे |
मराठी वाङ्मयाचा
इतिहास |
2.वासना -भास्कर
चंदनशिवे |
काव्यगंध
(कविता) |
मुलखावेगळी
माणसं |
|
3.माणसासारखा माणूस असूनही, आग आणि फुपाटा -प्रज्ञा पवार |
|
दृष्ठांतपाठ |
|
Environment and Sustainability |
1.जांभळढव्ह
-भास्कर चंदनशिवे |
माती,पंख आणि आकाश -ज्ञानेश्वर मुळे |
मराठी वाङ्मयाचा
इतिहास |
2.फुलराणी अप्सरांचे गाणे -बालकवी |
काव्यगंध
(कविता) |
मुलखावेगळी
माणसं |
|
3.एका वृक्षाची
गोष्ट-कवी लोकनाथ यशवंत |
|
दृष्ठांतपाठ |
|
Human Values |
1.शब्दांचे मोल
-चंद्रशेखर धर्माधिकारी |
काव्यगंध
(कविता) |
मराठी वाङ्मयाचा
इतिहास |
2.पंढरीसी जावे, मानवाचे धर्म
अनेक - महात्मा फुले |
|
मुलखावेगळी
माणसं |
|
3.भविष्य- कवी लोकनाथ यशवंत |
|
दृष्ठांतपाठ |
|
Professional Ethics |
1.शब्दांचे मोल
-चंद्रशेखर धर्माधिकारी |
माती,पंख आणि आकाश -ज्ञानेश्वर मुळे |
मराठी भाषा आणि
अर्थार्जनाच्या संधी |
2.निवड -यशवंतराव
चव्हाण |
|
|
|
3. तडा, लालचिखल -भास्कर चंदनशिवे |
|
|
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2021-22
2020-21
2019-20
Department of Marathi (2019-20)
Cross-Cutting Issues in our syllabus
Cross-Cutting Issues |
Class |
||
B.A
I |
B.A
II |
B.A
III |
|
Gender |
1.पन्नासपैकी शून्य मार्क्स -शांताबाई शेळके |
माती,पंख आणि आकाश -ज्ञानेश्वर मुळे |
मराठी वाङ्मयाचा इतिहास |
2.वासना -भास्कर चंदनशिवे |
काव्यगंध (कविता) |
मुलखावेगळी माणसं |
|
3.माणसासारखा माणूस असूनही, आग आणि फुपाटा -प्रज्ञा पवार |
|
दृष्ठांतपाठ |
|
Environment and Sustainability |
1.जांभळढव्ह -भास्कर चंदनशिवे |
माती,पंख आणि आकाश -ज्ञानेश्वर मुळे |
मराठी वाङ्मयाचा इतिहास |
2.फुलराणी,अप्सरांचे गाणे -बालकवी |
काव्यगंध (कविता) |
मुलखावेगळी माणसं |
|
3.एका वृक्षाची गोष्ट-कवी लोकनाथ यशवंत |
|
दृष्ठांतपाठ |
|
Human Values |
1.शब्दांचे मोल -चंद्रशेखर धर्माधिकारी |
काव्यगंध (कविता) |
मराठी वाङ्मयाचा इतिहास |
2.पंढरीसी जावे,मानवाचे धर्म अनेक - महात्मा फुले |
|
मुलखावेगळी माणसं |
|
3.भविष्य- कवी लोकनाथ यशवंत |
|
दृष्ठांतपाठ |
|
Professional Ethics |
1.शब्दांचे मोल -चंद्रशेखर धर्माधिकारी |
माती,पंख आणि आकाश -ज्ञानेश्वर मुळे |
मराठी भाषा आणि अर्थार्जनाच्या संधी |
2.निवड -यशवंतराव चव्हाण |
|
|
|
3. तडा,लालचिखल -भास्कर चंदनशिवे |
|
|
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Department
of Marathi (2018-19)
Cross-Cutting
Issues in our syllabus
Cross-Cutting
Issues |
Class |
||||
|
B.A I (Comp.) |
B.A I (Opt.) |
B.A II |
B.A III |
|
Gender |
1. |
माणसासारखा
माणूस असूनही, आग आणि
फुपाटा -प्रज्ञा पवार |
जिवाचा आटापिटा
- लोकनाथ यशवंत तडा - भास्कर
चंदनशिवे |
माती, पंख आणि आकाश -ज्ञानेश्वर मुळे |
मराठी
वाङ्मयाचा इतिहास |
2 |
निवड –
यशवंतराव चव्हाण |
.वासना
-भास्कर चंदनशिवे |
बाय आणि गाय –
कल्पना दुधाळ |
मुलखावेगळी
माणसं |
|
3. |
पन्नासपैकी
शून्य मार्क्स -शांताबाई शेळके |
माणसासारखा
माणूस असूनही, आग आणि
फुपाटा - प्रज्ञा पवार |
जुगाड- किरण
गुरव (कादंबरी) |
दृष्ठांतपाठ |
|
Environment
and Sustainability |
1. |
वाट्वरच्या
सावल्या- कुसुमाग्रज |
जांभळढव्ह
-भास्कर चंदनशिवे |
माती,पंख आणि आकाश -ज्ञानेश्वर मुळे |
मराठी
वाङ्मयाचा इतिहास |
2. |
फुलराणी,अप्सरांचे
गाणे -बालकवी |
पर्यावरण - लोकनाथ
यशवंत |
त्या
संध्याकाळी समुद्र (कविता) |
मुलखावेगळी
माणसं |
|
3. |
शब्दांचे
बोल- चंद्रशेखर धर्माधिकारी |
एका वृक्षाची
गोष्ट-कवी लोकनाथ यशवंत |
काय डेंजर
वारा सुटलाय- जयंत पवार (नाटक) |
दृष्ठांतपाठ |
|
Human Values |
1. |
संकल्प
सिध्दीला नेणारा महापुरूष:डॉ. बापूजी साळुंखे- बळवंत देशमुख |
शब्दांचे मोल
-चंद्रशेखर धर्माधिकारी |
मजुरावर
उपासमारीची पाळी, अंत्यजाच्या मुलाचा पहिला प्रश्न |
मराठी
वाङ्मयाचा इतिहास |
2. |
व्यक्तिमत्व
विकासासाठी आवश्यक घटक |
पंढरीसी जावे,मानवाचे धर्म
अनेक - महात्मा फुले |
गिरणीची
लावणी |
मुलखावेगळी
माणसं |
|
3 |
संगमनेरचे
दिवस – दया पवार |
.भविष्य- कवी लोकनाथ
यशवंत |
पुतळे |
दृष्ठांतपाठ |
|
Professional
Ethics |
1. |
भाषिक
कौशल्ये |
शब्दांचे मोल
-चंद्रशेखर धर्माधिकारी |
माती,पंख आणि आकाश -ज्ञानेश्वर मुळे |
मुद्रित
माध्यमे, आकाशवाणी, चित्रवाणी |
2. |
कार्यक्रमांचे
संयोजन |
निवड
-यशवंतराव चव्हाण |
रोजनिशी |
मुद्रितशोधन |
|
3 |
व्यक्तिमत्व
संकल्पना |
तडा, लालचिखल - भास्कर
चंदनशिवे |
वृत्तांतलेखन |
उद्योग व सेवाक्षेत्रातील
भाषिक कौशल्ये |
Department of Marathi (2017-18)
Cross-Cutting Issues in our syllabus
Cross-Cutting Issues |
Class |
||||
|
B.A.I
(Comp.) |
B.A.
I (Opt.) |
B.A.
II |
B.A.
III |
|
Gender |
1 |
ओळख- विजय तेंडुलकर |
तुझ्यामाझ्यात गss- ना.घ.देशपांडे |
नामदेवांचे अभंग |
वाड्.मय प्रवाहांचे अध्ययन- ग्रामीण |
2 |
सखूनाना – कृष्णात खोत |
रक्तात पेटलेल्या अगणित सूर्यांनो- नामदेव ढसाळ |
जनाबाईचे अभंग |
ब, बळीचा- राजन गवस |
|
3 |
पृथ्वीचे प्रेमगीत - कुसुमाग्रज |
नवरा – भाऊ पाध्ये |
वाणीकिडे (कथासंग्राह) |
मराठी वाड्.मयाचा इतिहास |
|
Environment and Sustainability |
1 |
चार शब्द- नारायण सुर्वे |
पाऊस पळवून लावणारी जादू- नागनाथ कोत्तापल्ले |
सभासद बखर |
ग्रामीण साहित्य |
2 |
कारवारचा प्रवास – प्र.के.अत्रे |
पतंग - इंदिरा संत |
नामदेवांचे अभंग
|
ब, बळीचा- राजन गवस |
|
3 |
पंचगंगा-अनिल अवचट |
त्रिकोणाच्या मध्यावर- जयसिंगराव पाटील |
वाणीकीडे (कथासंग्राह)
|
सुंभ आणि पीळ - ल. सी. जाधव |
|
Human Values |
1 |
कणा - कुसुमाग्रज |
रक्तात पेटलेल्या अगणित सूर्यांनो- नामदेव ढसाळ |
सभासद बखर |
मराठी वाड्.मयाचा इतिहास |
2 |
पैलतीरी- गोदावरी परूळेकर |
मराठ्यांचा मठ्ठपणा- इरावती कर्वे |
जनाबाईचे अभंग
|
ब, बळीचा- राजन गवस |
|
3 |
चार शब्द- नारायण सुर्वे |
दिवसभरात – अनिल धाकू कांबळी |
वाणीकीडे (कथासंग्राह)
|
सुंभ आणि पीळ - ल. सी. जाधव |
|
Professional Ethics |
1 |
परिचय पत्र |
निबंध लेखन |
जाहिरात लेखन |
व्यवहार भाषा,
साहित्यिक भाषा |
2 |
वृत्तपत्रासाठी बातमी लेखन |
व्यवहार भाषा,
साहित्यिक भाषा, शास्त्र भाषा-
भालचंद्र नेमाडे |
काव्याकलन |
मराठी भाषा उपयोजन आणि सर्जन |
|
3 |
शुध्दलेखन
|
शूटिंग – श्री.दा. पानवलकर |
बातमी लेखन |
भाषाविज्ञान आणि मराठी भाषा
|
Department of
Marathi (2016-17)
Cross-Cutting Issues in our syllabus
Cross-Cutting Issues |
Class |
||||
|
B.A.I
(Comp.) |
B.A.
I (Opt.) |
B.A.
II |
B.A.
III |
|
Gender |
1 |
वडाप- किरण गुरव |
नवरा – भाऊ पाध्ये |
आज्ञापत्र- रामचंद्रपंत अमात्य (संपा.-विलास खोले) |
वाड्.मय प्रवाहांचे अध्ययन- ग्रामीण, दलित, स्त्रीवादी |
2 |
ओळख- विजय तेंडुलकर |
पुंगी – चारूता सागर |
नामदेवांचे निवडक अभंग
|
भूमी- आशा बगे |
|
3 |
सखूनाना – कृष्णात खोत |
तुझ्यामाझ्यात गss- ना.घ.देशपांडे |
नंतर आलेले लोक- अरुण काळे
|
मराठी वाड्.मयाचा इतिहास |
|
Environment and Sustainability |
1 |
कारवारचा प्रवास – प्र.के.अत्रे |
पाऊस पळवून लावणारी जादू- नागनाथ कोत्तापल्ले |
आज्ञापत्र- रामचंद्रपंत अमात्य |
आदिवासी साहित्य |
2 |
पंचगंगा-अनिल अवचट |
पतंग - इंदिरा संत |
नामदेवांचे निवडक अभंग
|
बामनवाडा- रामनाथ चव्हाण |
|
3 |
चार शब्द- नारायण सुर्वे |
त्रिकोणाच्या मध्यावर- जयसिंगराव पाटील |
रारंगढांग- प्रभाकर पेंढारकर
|
इडा पिडा टळो- आसाराम लोमटे |
|
Human Values |
1 |
माझा विरंगुळा- यशवंतराव चव्हाण |
ग्रामीण संवेदनशीलता- गो. मा. पवार |
नंतर आलेले लोक- अरुण काळे
|
भूमी- आशा बगे |
2 |
पैलतीरी- गोदावरी परूळेकर |
देवा सटवा महार -व्यंकटेश माडगूळकर |
आज्ञापत्र- रामचंद्रपंत अमात्य (संपा.-विलास खोले)
|
इडा पिडा टळो- आसाराम लोमटे |
|
3 |
डोंगरी शेत- नारायण सुर्वे |
चितळे मास्तर - पु. ल. देशपांडे |
रारंगढांग- प्रभाकर पेंढारकर
|
बामनवाडा- रामनाथ चव्हाण |
|
Professional Ethics |
1 |
श्रुतिका लेखन |
निबंध लेखन |
वृत्तपत्रासाठी जाहिरात लेखन |
व्यवहार भाषा,
साहित्यिक भाषा |
2 |
वृत्तपत्रासाठी बातमी लेखन |
व्यवहार भाषा,
साहित्यिक भाषा, शास्त्र भाषा-
भालचंद्र नेमाडे |
जाहीर निवेदन
|
मराठी भाषा उपयोजन आणि सर्जन |
|
3 |
वृत्तपत्रासाठी जाहिरात लेखन
|
|
प्रसंगावरून पद्यरचना ललित लेखन, काव्याकलन
|
प्रशासनिक कौशल्ये
|
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